- दूध का PH मान 6.6 होता है।
- हीरा व ग्रेफाइट कार्बन के अनुरुप है।
- केवल कैल्सियम एवं मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट लवण घुले रहने से जल में जो कठोरता आ जाती है उसे जल की अस्थाई कठोरता कहते है।
- जल की स्थायी कठोरता उसमें कैल्सियम तथा मैग्नीशियम के क्लोराइउ और सल्फेट लवणों के घुले रहने के कारण होती है।
- सामान्य ताप व दाब पर किसी भी गैस के 1 मोल का आयतन 22.4 लीटर होता है।
- शुद्ध सेल्यूलोज से कागज बनता है।
- चाय तथा काफी में कैफीन नामक प्यूरीन पाया जाता है जो स्फूर्ति का अनुभव कराता है।
- सर्वाधिक विद्युत चालक अधातु ग्रेफाइट है।
- लीथियम सबसे हल्का धात्विक तत्व है।
- फलो के रसो को सुरक्षित रखने के लिए फॉर्मिक अम्ल का प्रयोग किया जाता है।
- अमोनिया गैस जल में अत्यधिक अघुलनशील होती है।
- कमरे के ताप पर पारा धातु द्रव अवस्था मेंहोती है।
- रेडॅान गैसीय तत्वो में सबसे भारी है।
- दूध में जल, वसा, शर्करा के अतिरिक्त कैसीन नामक फॅास्फो-प्रोटीन पाया जाता है1
- गोबर गैस का मुख्य अवयव मेथेन गैस है।
- नींबू, संतरा आदि खट्टे फलों में साइट्रिक एसिड पाया जाता है।
- इमली में टार्टरिक एसिड होता है।
- शुद्ध जल में थोडी मात्रा में अम्ल मिला देने पर यह विद्युत का सुचालक हो जाता है।
- गैसों के आंशिक दाब का नियम जान डॉल्टन ने प्रतिपादित किया।
- हीरा, प्रकृति में पाये जाने वाला सबसे कठोर पदार्थ है।
- टैल्क, सबसे कम कठोर पदार्थ है।
- ऊर्जा का द्रव्यमान में और द्रव्यमान का ऊर्जा में स्थानान्तरण हो सकता है।
- दियासलाई बनाने के लिये लाल फास्फोरस ट्राइसल्फाइड का उपयोग हेाता है।
- पिटवॉं लोहे और इस्पात का निर्माण ढलवा लोहे से होता है।
- पारा अमलगम का आवश्यक अवयव है।
- एसीटिलीन का प्रयोग प्रकाश उत्पन्न करने में किया जाता है।
- खाद्य पदार्थो के संरक्षण के लिए बेंजोइक अम्ल का प्रयोग किया जाता है।
- सिरके में एसिटिक एसिड (6%) पाया जाता है।
- मनुष्य की लार में फाइऐलिम एंजाइम पाया जाता है।
- ग्रीन हाउस प्रभाव में प्रमुूख उत्तरदायी गैस कार्बन-डाई-आक्साइड है।
- सबसे भारी धातु ओसियम है।
- पेनिसिलीन एक उत्तम प्रतिजैविक है जो कवक से पायी जाती है।
- पारे का प्रयोग, मरकरी वाष्प लैम्प बनानें में किया जाता है।
- हीलियम गैस, हल्की होने के कारण वायुयानों के टायरों मे भरी जाती है।
- सोडियम हाइड्राॅक्साइड का प्रयोग, सूती कपड़ो में चमक पैदा करने के लिये किया जाता है।
- ओजोन गैस चॉंदी की चमक को काला कर देती है।
- धुऑं, वायुमें कार्बन और अन्य कणों का कोलाय्रडी विलयन है।
- आर्गन गैस विद्युत बल्बो में भरी जाती है क्योंकि इसकी उपस्थिति में तन्तु बहुत समय तक सुरक्ष्ृाित रहता है।
- पुराने तैल चित्रों को चमकदार बनाने के लिये हाइड्रोजन परॉक्साइड का प्रयोग किया जाता है।
- एलम का प्रयोग चमड़े की टैनिंग में होता है।
- आयेाडीन एक प्रबल जीवाणुनाशी है।इसका प्रयोग टिंक्चर-आयोडीन व चोटभरने के द्रव में किया जाता है।
- पोटैशियम नाइट्रेट को नाइटर या शोरा कहते है। इसका प्रयोग विस्फोटको को बनानें में किया जाता है।
- दमें के रोगी को हीलियम और ऑक्सीजन का मिश्रण वायु के स्थान पर दिया जाता है।
- फोटोग्राफिक प्लेट पर सिल्वर ब्रोमाइउ तथा जिलेटिन की पतली परत चढ़ी होती है।
- फ्रिआन एक अति प्रचलित प्रशीतक है।
- किसी धातु की मरकरी के साथ मिश्रधातु को अमलगम व अमलगम बनाने की क्रिया को अमलगमन कहते है।
- सेाडा वाटर, कार्बनडाई आक्साइउ का जल में विलयन है।
- वनस्पति तेलों एवं वसाओं का क्षारो द्वारा जल अपघटन करने से साबुन बनता है।
- अमानेियम सायनेट को गर्म करने से यूरिया बनती है।
- आयरन सल्फाइड को झूठा सोना कहा जाता है।
- क्लोरीन फूलों का रंग उड़ा देती है।
- कोल गैस मुख्यत: हाइड्रोजन व मीथेन का मिश्रण होती है।
- पानी के शोधन के लिए लाल दवा या पोटैशियम परमैग्नेट का प्रयोग होता है।
- ग्रेफाइट का प्रयोग लुब्रिकेण्ट्स बनाने में होता है।
- 4 डिग्री सेन्टीग्रेट पर जल का घन्त्व सबसे अधिक होता है।
CHEMISTRY IMPORTANT POINT
Reviewed by TEAM 1
on
March 21, 2015
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