रियो पृथ्वी सम्मेलन:-
रियो पृथ्वी शिखर सम्मलेन 1992 में ब्राज़ील की राजधानी रियो डी जनेरो में 3 जून से 14 जून ,1992 तक हुआ। इस सम्मलेन में पर्यावरण से सम्बन्धित अनेक समस्याओ पर गंभीरता से विचार विमर्श हुआ और कई समझौतों की रुपरेखा भी तैयार की गयी । इस सम्मलेन का अध्यक्ष मोरिस स्ट्रोंग के अनुसार,यह एक सफल सम्मलेन था परन्तु इसमें शामिल विकाशील देशो ने इसे निराशजनक सम्मलेन बताया।
उद्देश्य:-
1-एजेंडा 21-21वि सदी में पृथ्वी के फिर से हरा भरा बनाने तथा प्रदुषण को कण्ट्रोल करने का दस्तावेज था।
2-रियो घोषणा पत्र- यह पर्यावरण नीति के मार्ग दर्शक सिधान्तो का अभाध्य्कारी दस्तावेज है।
3-वातावरण में बढ़ते तापमान से सम्बन्धित संधि:-इस संधि का सम्बन्ध तापमान में वृद्धि करने वाले तत्वों जैसे कार्बोन ड़ोई ऑक्साइड तथा अन्य विशैली गैस के उत्सर्जन में कमी।
4:-जैव सरंक्षण सम्बन्धी संधि:-इस संधिपर सर्वाधिक विवाद था । यह संधि विलुप्त होने के कगार पर खड़े जीव जन्तुओ की प्रजाति के सरनक्षण से थी। इस पर ब्रिटेन अमेरिका फ्रांस आदि देशो ने अपनी असहमति प्रकट कर दी।
Anurag Singh
(admin)
No comments: