14-क्यूरी ताप- किसी लौह चुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवत्ति उसके परमताप के व्यक्रमनुपती होता है। इसे क्यूरी का नियम कहते है।
15- वह निश्चित ताप जिस पर कोई लौह चुम्बकीय पदार्थ से अनु चुम्बकीय पदार्थ में बदल जाता है उसे उसका क्यूरी ताप कहते है।
जैसे- लोहे का क्यूरी ताप 770℃ व निकिल का 358℃ होता है।इन पदार्थ को ठंडा करने पर पुनः लौह चुम्बकीय पदार्थ में बदल जाते है।
16-स्थायी चुम्बक इस्पात के बनाये जाते है।
17-लौह चुम्बकीय पदार्थो में तीव्र चुम्बकत्व डोमनो के कारन होता है।
18-एक डोमेन में 10^18 से 10^21 तक परमाणु होते है।
19-विद्युत घंटी, ट्रांसफारमर का क्रोड, डायनोमो आदि में नर्म लोहे से बने चुम्बकों का प्रयोग किया जाता है जबकि लाउडस्पीकर , धारामापी में इस्पात से बने चुम्बकों का प्रयोग किया जात है।
20-MRI - Magnetic Resonance Imaging में रेडियो तरंगो द्वारा चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में ही शारीर के भीतरी अंगो का त्रिविमीय चित्र प्राप्त कर दोषो व बीमारी का पता लगाया जाता है।
21- विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने का कार्य विद्युत मोटर करता है।
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To be continued
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