औरंगजेब:-
मजमुआदार या अमात्य--------------- आय, व्यय के सभी लेखों की देखभाल करना
पेशवा---------------सामान्य प्रशासन का उत्तरदायित्व तथा राजा की अनुपस्थिति में उसकी ओर से कार्य करना।
मन्त्री या वाकयानवीस---------राजा के दैनिक कार्यो का विवरण रखना तथा खुफिया विभाग का प्रभारी
सचिव अथवा शुरु नवीस--------सामान्य राजकीय पत्र व्यवहार
दबीर या सुमन्त --------------विदेश मंत्री
सरे-नौबत----------सेनापति या भरती संगठन
पण्डित राव- धार्मिक विभाग का प्रधान
न्यायाधीश-----------न्याय विभाग का प्रबन्धक
- औरंगजेब का जन्म 3 नवम्बर 1618 को उज्जैन के निकट दाेहद में हुआ।
- 31 जुलाई 1658 को आैरंगजेब का राज्यभिषेक हुआ।
- कुछ ऐसे कर थे जाे केवल हिन्दुओं से वसूल किये जाते थे:- जैसे- गंगा में मृत हिन्दुअों के फूल विसर्जित करने का कर जो तीर्थकर कहलाता था तथा हिन्दू घरानेमें बालक का जन्म होनें पर भी कर लगता था।
- गोकुल के नेतृत्व में 1669 मेे जाटों का विद्रोह हुआ था।
- 1686 में बीजापूर तथा 1687 में गोलकुण्डा पर इसने विजय प्राप्त की।
- इसके शासनकाल का दूसरा भीषण विद्रोह नारनौल तथा मेवात के सतनामियों का था।
- दुर्गादास राठौर के नेतृत्व में राजपूतों का विद्रोह हुआ।
- औरंगजेब की साउथ नीति असफल रही। वह एक किला जीतता तो दूसरा हार जाता।
- औरंगजेब के काल में अंग्रेजो को 1616 में मुसलीपट्टम में एक कारखाना बनाने की आज्ञा प्राप्त की1
- इसी के समय में 1650 -51 में हुगली और कासिम बजार में कारखानें बनाने की आज्ञा अंग्रेजो को दी गई।
- इसने अपने शासनकाल की गणना के लिए इलाही गौर वर्ष समापत कर दिया1
- इसने झरोखा दर्शन की परिपाटी बंद कर दी।
- तुलादान किया जाने की प्रथा बंद कर दी।
- आरम्भ मे औरंगजेब विजयदशमी के त्यौहार में भाग लेता था परन्तु बाद में बंद कर दिया था।
- भॉंग का खुुलआम पीने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।,
- संगीत पर प्रतिबंध लगा दिया।
- इसने दाढ़ी की लंबाई निश्चित कर दी थी।
- जुआ खेलना भी प्रतिबंधित कर दिया1
- संतो की कब्रो पर दीपक जलाने की प्रथा पर रोक लगा दिया।
- इसने1665 मे जयसिंह को बीजापुर तथा शिवाजी का दमन करनेके लिए भेजा। जयसिंह ने बीजापुर को जीतने के पूर्व श्ािवाजी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई में सफलता प्राप्त कर ''पुरुन्दर की संधि'' की।
- औरगंजेब ने कई मंदिर तुडवाये।
- 1675 में सिक्खों के नौवे गुरु तेगबहादुर को औरंगजेब ने मरवा दिया।
- 1669 में औरंगजेब ने मुहर्रम मनाया जाना बंद करवा दिया।
- इसने 1679 में जजिया कर पुन: लगा दिया1
- बीजापुर और गोलकुण्डा पर अधिकार के पश्चात ओरंगजेब ने शम्भू जी को बन्दी बनाकर 1689 में हत्या कर दी।
- औरंगजेब ने अपनी बेगम रबियाउद्दैानी का मकबरा औारंगाबाद में बनवाया जिसें द्वतीय ताजमहल कहा जाता है1
- शिवाजी का जन्म 1627 में पूना के शिवनेर के किले में हुआ। शिवाजी के जिता शाहजी भोंसले व माता जीजाबाई थीं। उनके व्यक्तित्व पर सर्वाधिक प्रभाव उनकी माता व संरक्षक कोंणदेव का पडा था1
- इनके गुरु का नाम स्वामी रामदास था।
- इन्होंने सर्वप्रथम ''तोरण'' नामक पहाड़ी किले पर अधिकार किया।उन्होने ''रायगढ़'' को अपनीराजधानी बनायी।
- इनकी शक्ति को दबाने के लिए बीजापुर के सुल्तान ने अपने सेनापति ''अफजल खॉ '' को 1659 में शिवाजी को पराजित करने के लिए भेजा, किन्तु शिवा जी ने उसे मार दिया।
- 1663 में औरंगजेब द्वारा भेजे गये ''शाइस्तखॉं'' को भी शिवाजी ने घायल करके भगा दिया।
- 1664 में शिवाजी ने सूरत को लूटा।
- पुरुन्दर की संधि के अनुसार शिवाजी ने अपने पुत्र शम्भाजी को औरंगजेब की सेवा में भेजने की बात मान ली। औरंगजेब ने 1666 में शिवाजी और उनके पुत्र शम्भा जी को नजरबेंद कर दिया परन्तु ये भागने में सफल रहें।तथा 1674 में रायगढ़ के दुर्ग में उनहोंने महाराष्ट्र के स्वतंत्र शासक के रुपमें राज्यभिषेक करवाया तथा ''छत्रपति'' की उपाध्ाि धारण की।
- 1670 में सूरत को दूबारा लूटा।
- 1680 में इनकी मृत्युं हो गयी।
- शिवाजी की भूमिकर प्रणाली रैयतवाडी थी। वे जमीदारी प्रथा के विरुद्ध थे। उन्होनें जागीर देने की प्रथा को समाप्त कर दिया तथा नकद वेतन देने की प्रथा प्रारम्भ किया।
- इनकी आय का साधन ''चौथ'' था। यह पडोसी राज्य की आय का चौथा भाग होता था। आय का अन्य साधन ''सरदेशमुख्ाी'' था, जो राज्यों की आय का 1/10 भाग होता था1
- ये मध्य युग के प्रथम शासक थे जिनहोंने जहाजी बेडो की आवश्यकता पर ध्यान दिया। इनका जहाजी बेडा ''कोलाबों'' में था।
- इलकी सहायता के लिए आठ मंत्रियों की एक मंत्रिपरिषद होती थी जिन्हें अष्टप्रधान कहा जाता था इनकी सलाह बाध्यकारी नहीं थी1
- शिवाजी के काल में उपज का 2/5 भाग राज्य ले लेता था औार बाकी किसानों के पास रह जाता था
मजमुआदार या अमात्य--------------- आय, व्यय के सभी लेखों की देखभाल करना
पेशवा---------------सामान्य प्रशासन का उत्तरदायित्व तथा राजा की अनुपस्थिति में उसकी ओर से कार्य करना।
मन्त्री या वाकयानवीस---------राजा के दैनिक कार्यो का विवरण रखना तथा खुफिया विभाग का प्रभारी
सचिव अथवा शुरु नवीस--------सामान्य राजकीय पत्र व्यवहार
दबीर या सुमन्त --------------विदेश मंत्री
सरे-नौबत----------सेनापति या भरती संगठन
पण्डित राव- धार्मिक विभाग का प्रधान
न्यायाधीश-----------न्याय विभाग का प्रबन्धक
MUGHAL DYNASTY PART-4
Reviewed by TEAM 1
on
March 22, 2015
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